मंगलवार, 31 मई 2011

अपने जीवन का मोल पहचाने ...

कितना तुच्छ  है मनुष्य !
विज्ञान कहता है , वेद कहते हैं ,अनगिनत ब्रह्माण्ड हैं आकाश में ,
उनमे से एक है हमारा ब्रह्माण्ड !
इस ब्रहमांड में लगभग २ खरब तारे हैं ,
और प्रत्येक तारे का अपना एक दल  या सौरमंडल !
इन सौर मंडलों में प्रत्येक तारे के माना कि ९ ग्रह हैं ,
जिनमे से एक है हमारी पृथ्वी ,और इस पृथ्वी पर असंख्य जीव जंतुओं में 
सर्वश्रेष्ठ योनी मनुष्य कि.........
और ये सर्वश्रेष्ठ मनुष्य अपना सारा जीवन दूसरों से लड़ने में , ईर्ष्या में , द्वेष में बिता देता है 
क्या इस मनुष्य से ज्यादा तुच्छ प्राणी कोई और होगा...

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अपने जीवन का मोल पहचाने ...८४ लाख योनियों के बाद मिला है ये अनमोल जीवन !


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